कल शाम, आरटीबीएफ1 (बेल्जियम के लिए फ्रांस टेलीविजन के समकक्ष) पर छद्म-लाइव प्रसारित एक कार्यक्रम ने बेल्जियम में एक झटका पैदा कर दिया।
इस कार्यक्रम ने बहुत ही यथार्थवादी तरीके से फ़्लैंडर्स की स्वतंत्रता का "अनुकरण" किया। फ़्लैंडर्स बेल्जियम का डच भाषी हिस्सा है और बेल्जियम की 50% से अधिक आबादी यहीं रहती है।
यह घटना दृढ़ता से 1938 के ओ.वेल्स शो से जुड़े आतंक आंदोलन की याद दिलाती है जिसे "हर किसी" ने पृथ्वी पर मंगल ग्रह के आक्रमण के रूप में लिया था।
यदि विषय व्यापक रूप से भिन्न हैं, तो सत्ता, सूचना की सत्यता और मीडिया की नैतिकता पर विवाद आम है...
इसमें कोई संदेह नहीं कि यह "मामला" अभी भी बहुत सारी स्याही बहने का कारण बनेगा!